डेक्कन एज्युकेशन सोसायटीच्या १२०० विद्यार्थ्यांकडून योगाचा विश्वविक्रम स्थापित
संगीताच्या सूरबद्ध लयीवर विद्यार्थ्यांची चित्तथरारक प्रात्यक्षिके
कार्यक्रमाला डी. ई. एस. च्या नियामक मंडळ आणि परिषदेचे अध्यक्ष प्रमोद रावत, उपाध्यक्ष ॲड. अशोक पलांडे, कार्यवाह डॉ. आनंद काटिकर, डॉ. शरद कुंटे, प्रा. धनंजय कुलकर्णी, शाळा समिती अध्यक्षा ॲड. राजश्री ठकार, मुख्याध्यापिका अर्चना धनावडे, या विश्वविक्रम उपक्रमाचे सल्लागार डॉ. मिलिंद संपगावकर, खेमराज रणपिसे, डॉ. पल्लवी गव्हाणे, डॉ. सोपान कांगणे, विकी बारावरकर यांची प्रमुख उपस्थिती होती. क्रीडा शिक्षिका योगिनी कानडे, सिमरन गुजर, ग्रेसी डिसूझा यांनी या उपक्रमासाठी विद्यार्थ्यांची जोरदार तयारी करवून घेत विश्वविक्रमात आपला मोठा हातभार लावला.
शनिवारी सायंकाळी दीपप्रज्वलन आणि कर्णमधूर अशा शंखनादाने या योगा विश्वविक्रमाच्या कार्यक्रमाची सुरवात करण्यात आली. विद्यार्थ्यांनी पारंपरिक आणि आधुनिक पोषाखांमध्ये येऊन विविध प्रकारे योगासने उपस्थितांसमोर प्रस्तुत केली. भक्तगीत, भावगीत, चित्रपट गीत-संगीताच्या लयबद्ध चालीवर विद्यार्थ्यांनी आपली गुणकौशल्ये सादर केली. योगा विश्वविक्रमात विद्यार्थ्यांनी काल योग, सूर्यनमस्कार, चंद्रनमस्कार, ट्रायबल योगा, अॅनिमल योगा, बर्ड पोजेस, दंड योग, पार्टनर योगा, रिव्होल्यूशनरी पोजेस, तालीयोग, ऱ्हिदमिक योगा, इक्विमेंट योगा, थेरा बँड योग, ब्रिक्स योग, चेअर योगा, मेडिसनल बाॅल योगा, योगा फाॅर स्पोर्ट्स, डान्स योगा, पॅट्रियाॅटिक मंडल योग, अॅक्वा योगा, स्पिरिच्युअल योगा आणि पावर योगाची प्रात्यक्षिके सादर केली.
विद्यार्थ्यांनी शिक्षक व तज्ज्ञांच्या कुशल मार्गदर्शनात अंडरवाॅटर योगा तसेच स्केटिंग योगा केले होते, त्याची व्हिडिओ क्लिप या वेळी दाखवण्यात आली.
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सुमधूर संगीत की धूनों पर छात्रों की साहसपूर्ण प्रस्तुती
पुणे : पुणे के मशहूर डेक्कन एजूकेशन सोसाइटी प्राथमिक स्कूल के कक्षा पहिली से चौथी के १२०० छात्रों ने शनिवार १८ जनवरी को सुमधूर गीत-संगीत की धूनों पर एक से बढ़कर एक साहसपूर्ण योगा करते हुए अनोखा विश्वरिकॅार्ड स्थापित किया। अपने उच्च कोटि के कला-गुणों का प्रदर्शन करते हुए छात्रों ने १५० मिनिटों में प्राचीन से लेकर आधुनिक काल तक के ३० योगा के प्रात्यक्षिक दिखाते हुए उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया। इस समारोह में अभिभावकों के बेहतरीन ढोल वादन ने रंग भरने का काम किया। साथ में उपस्थित हजारो लोगों ने छात्रों की सराहना करते हुए जमकर जश्न मनाया।
समारोह में डीईएस के नियामक मंडल और परिषद के अध्यक्ष प्रमोद रावत, उपाध्यक्ष अॅड. अशोक पलांडे, कार्यवाह डॉ. आनंद काटिकर, डॉ. शरद कुंटे, प्रा. धनंजय कुलकर्णी, शाला समिति अध्यक्षा ॲड. राजश्री ठकार, मुख्याध्यापिका अर्चना धनावड़े, विश्व विश्वरिकॅार्ड उपक्रम के सलाहगार डॉ. मिलिंद संपगावकर, खेमराज रणपिसे, डॉ. पल्लवी गव्हाणे, डॉ. सोपान कांगणे, विकी बारावरकर की प्रमुख उपस्थिति रही. क्रीडा शिक्षिका योगिनी कानडे, सिमरन गुजर, ग्रेसी डिसूझा ने इस उपक्रम के लिए छात्रों से जमकर तैयारियां करवाई।
दीपप्रज्वलन और कर्णधुर शंखनाद से विश्वक्रम के समारोह की शुरुआत हुई। छात्रों ने पारंपरिक और आधुनिक रंगबीरंगी पोषाखों में विभिन्न तरह के योगासन प्रस्तुत किए। भक्तिगीत, भावगीत और सिने गीत-संगीत पर छात्रों ने अपने कलागुणों का बेहतरीन प्रदर्शन किया। इस समय छात्रों ने काल योग, सूर्य नमस्कार, चंद्र नमस्कार, ट्राइबल योगा, एनिमल योगा, बर्ड पोजेस, दंड योग, पार्टनर योगा, रिवोलूशनरी पोजेस, ताली योग, ऱ्हिदमिक योगा, इक्विमेंट योगा, थेरा बैंड योग, ब्रिक्स योग, चेअर योगा, मेडिसनल बाॅल योगा, योगा फाॅर स्पोर्ट्स, डान्स योगा, पॅट्रियाॅटिक मंडल योग, अॅक्वा योगा, आध्यात्मिक योगा और पावर योगा का प्रदर्शन किया।
छात्रों ने शिक्षकों और विशेषज्ञों के कौशलतापूर्ण मार्गदर्शन में अंडरवाॅटर योगा और स्केटिंग योगा किए थे, जिसकी विडियो क्लिप उपस्थितों को दिखाई गई।
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